ठहरे हुए पानी में कंकर ना मार सांवरे मन में हलचल सी मच जायेगी बाँवरे ठहरे हुए पानी में कंकर ना मार सांवरे मन में हलचल सी मच जायेगी बाँवरे ठहरे हुए पानी में कंकर ना मार सांवरे तेरे लिए हु मई अनजानी , मेरे लिए है तू बेगाना बेगाने ने अनजानी का , दर्द भला कैसे पहचाना जो इस दुनिया ने ना जाना ठहरे हुए पानी में कंकर ना मार सांवरे मन में हलचल सी मच जायेगी बाँवरे ठहरे हुए पानी में कंकर ना मार सांवरे सब फूलो के है दीवाने , काटों से दिल कौन लगाये भूल रही मै हु कांटा, क्यों अपना दामन उलझाये रब तुझको काटों से बचाए ठहरे हुए पानी में कंकर ना मार सांवरे मन में हलचल सी मच जायेगी बाँवरे ठहरे हुए पानी में कंकर ना मार सांवरे तुम्ही बताओ कैसे बसेगी , दिल के अरमानों की बस्ती ख्वाब अधूरे रह जायेंगे , मिट जायेगी इनकी हस्ती चलती नहीं है रीत पह कश्ती ठहरे हुए पानी में कंकर ना मार सांवरे मन में हलचल सी मच जायेगी बाँवरे ठहरे हुए पानी में कंकर ना
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