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Showing posts from May, 2010
होंटों से छू लो तुम , मेरा गीत अमर कर दो बन जाओ मीत मेरे , मेरी प्रीत अमर कर दो होंटों से छू लो तुम , मेरा गीत अमर कर दो न उम्र की सीमा हो , न जन्म का हो बंधन जब प्यार करे कोई , तो देखे केवल मनन नयी रीत चलाकर तुम , यह रीत अमर कर दो आकाश का सूनापन , मेरे तन्हा मन में पायल छनकाती तुम , आ जाओ जीवन में सांसें देकर अपनी , संगीत अमर कर दो संगीत अमर कर दो , मेरा गीत अमर कर दो जग ने छीना मुझसे , मुझे जो भी लगा प्यारा सब जीता किये मुझसे , मैं हर दम ही हारा तुम हारके दिल अपना , मेरी जीत अमर कर दो होंटों से छू लो तुम , मेरा गीत अमर कर दो
माँ की गोद , असीमित सुख ! मुलायम पलना झूलती बाहें अद्भुत संगीत बंद ऑंखें तैरते सपने टपकता अमृत शांत मान निशिचंत शरीर कोमल स्पर्श शुद्ध भावनाएं प्रथम विश्राम अंतिम इच्छा माँ की गोद , असीमित सुख !