झाँझरिया उसकी छनक गयी चुनरी भी सर से सरक गयी मेरी नज़र उससे मिली तो उसकी नज़र शरमा के झुक गयी झाँझरिया हो उससे नज़र मिली बिच बाज़ार में दिल गया लुट नज़रों की तकरार में मुद मुद के वो देखे मुझे जैसे की वो खुद भी मचल गयी झाँझरिया किस्सा अजीब था पहली मुलाक़ात का आलम गज़ब हुवा मेरे दिल के हाल का इक पल मुझे ऐसा लगा जैसे मेरी धड़कन रुक गयी झाँझरिया [ झाँझरिया उसकी छनक गयी ] Narender Kumar
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प्यार भरे दो शर्मीले नैन जिनसे मिला मेरे दिल को चैन कोई जाने न क्यूँ मुझसे शर्माए कैसे मुझे तडपाये दिल ये कहे गीत मैं तेरे गाऊँ तू ही सुने और मैं गाता जाऊं तू जो रहे साथ मेरे दुनिया को ठुकराऊँ तेरा दिल बहलाऊँ प्यार भरे दो शर्मीले नैन रूप तेरा कलियों को शर्माए कैसे कोई अपने दिल को बचाए पास है तू फिर भी जलूं कौन तुझे समझाए सावन बीता जाए प्यार भरे दो शर्मीले नैन डर है मुझे तुझसे बिछड़ न जाऊं खो के तुझे मिलने की राह न पाऊँ ऐसा न हो जब भी तेरा नाम लबों पर लाऊँ मैं आंसू बन जाऊं प्यार भरे दो शर्मीले नैन - गोल्डेन कलेक्सन ऑफ़ मेहदी हसन से -