Posts

Showing posts from March, 2010
झाँझरिया उसकी छनक गयी चुनरी भी सर से सरक गयी मेरी नज़र उससे मिली तो उसकी नज़र शरमा के झुक गयी झाँझरिया हो उससे नज़र मिली बिच बाज़ार में दिल गया लुट नज़रों की तकरार में मुद मुद के वो देखे मुझे जैसे की वो खुद भी मचल गयी झाँझरिया किस्सा अजीब था पहली मुलाक़ात का आलम गज़ब हुवा मेरे दिल के हाल का इक पल मुझे ऐसा लगा जैसे मेरी धड़कन रुक गयी झाँझरिया [ झाँझरिया उसकी छनक गयी ] Narender Kumar
प्यार भरे दो शर्मीले नैन जिनसे मिला मेरे दिल को चैन कोई जाने न क्यूँ मुझसे शर्माए कैसे मुझे तडपाये दिल ये कहे गीत मैं तेरे गाऊँ तू ही सुने और मैं गाता जाऊं तू जो रहे साथ मेरे दुनिया को ठुकराऊँ तेरा दिल बहलाऊँ प्यार भरे दो शर्मीले नैन रूप तेरा कलियों को शर्माए कैसे कोई अपने दिल को बचाए पास है तू फिर भी जलूं कौन तुझे समझाए सावन बीता जाए प्यार भरे दो शर्मीले नैन डर है मुझे तुझसे बिछड़ न जाऊं खो के तुझे मिलने की राह न पाऊँ ऐसा न हो जब भी तेरा नाम लबों पर लाऊँ मैं आंसू बन जाऊं प्यार भरे दो शर्मीले नैन - गोल्डेन कलेक्सन ऑफ़ मेहदी हसन से -